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एक घंटा पहले
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जॉन अब्राहम की फिल्म मुंबई सागा हाल ही में रिलीज हुई है। अपनी फिल्म की सफलता और असफलता पर जॉन ने कहा कि सब जानते हैं कोरोनावायरस संक्रमण ने अभी भी दुनिया को प्रभावित कर रखा है। इसलिए उनकी फिल्में उतना अच्छा बिजनेस नहीं कर पाएंगी, जितने की उम्मीद की जा रही है। लेकिन इन सबके बावजूद वे अपनी फिल्मों को OTT पर रिलीज करने तैयार नहीं थे।
जॉन ने एक और बड़ी बात कही है कि ऐसी 90 प्रतिशत फिल्में, जिन्होंने OTT का रुख किया वे बहुत बुरी थीं।
फिल्म के फेल्योर के लिए महामारी जिम्मेदार नहीं
जॉन ने कहा- फिल्मों ने जो बिजनेस 2019 में किया वैसा कर पाना फिल्हाल संभव नहीं। ईमानदारी से कहूं तो यह इंडस्ट्री का एक कॉमन फैक्टर है कि अगर किसी एक्टर को अपनी फिल्म पर कॉन्फिडेंस नहीं है तो वह उसे OTT पर डम्प कर देता है। ओटीटी पर रिलीज हुईं 90 प्रतिशत से ज्यादा फिल्में बेहद खराब थीं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि मेरी फिल्म बहुत स्पेक्टैक्युलर है, लेकिन हम इसके फेल्योर को लेकर चिंतित नहीं हैं। मैं महामारी को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहरा सकता।
ईगो नहीं आत्म सम्मान की बात है
जॉन अब्राहम ने अपने 18 साल के फिल्मी कॅरियर में कई बड़े बैनर्स के साथ काम किया है। इतना ही नहीं उन्होंने दो हीरो वाली फिल्में करने में झिझक नहीं रखी। साथ ही कम बजट वाली फिल्में भी कीं। जॉन ने कहा था- मैं आई को साधारण रूप से बनाना चाहता था। मैं अपनी अर्निंग्स से संतुष्ट हूं। इसलिए पैसा ड्राइविंग फैक्टर नहीं है। लोग अक्सर मुझसे मेरे डायरेक्टर्स की विश लिस्ट पूछते हैं लेकिन मेरे पास कोई नहीं है। जो कोई भी मेरे साथ काम करता है वही मेरे लिए इम्पोर्टेन्ट होता है। मैं काम के लिए किसी बड़े डायरेक्टर के दरवाजे के बाहर खड़ा नहीं हो सकता। यह ईगो की बात नहीं है यह आत्म सम्मान की बात है।