16 मिनट पहलेलेखक: किरण जैन
- कॉपी लिंक
एक्ट्रेस नूपुर अलंकार के बहनोई कौशल अग्रवाल अभी भी अफगानिस्तान के कंधार शहर में फंसे हुए हैं। वे भारतीय सरकार से तरफ से मदद का इंतज़ार कर रहे हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान, नूपुर ने बताया की कल (22 अगस्त) को रक्षाबंधन पर कौशल की बहन सीमा अग्रवाल का रो-रोकर हाल ख़राब था। उन्हें उम्मीद थी कि रक्षाबंधन के दिन उनका भाई सही सलामत लौट आएगा।
सीमा भाई की कलाई पर राखी बांधना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया
नूपुर कहती हैं- “सीमा की हालत बहुत खराब है, कल रक्षाबंधन के दिन अपने भाई के इंतज़ार में थी। वे भाई की कलाई पर राखी बांधना चाहती थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। कौशल से आखिरी बार हमारा संपर्क 19 अगस्त के दिन हुआ था। तक़रीबन 3 मिनट की बातचीत में उन्होंने कहा था कि वे सुरक्षित हैं लेकिन वहां से निकलने का उन्हें कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा। वे मदद के लिए भारतीय सरकार से गुहार लगा रहे हैं। हालांकि 4 दिन पहले तक (19 अगस्त) तक उन्हें कोई मदद नहीं मिली थी। इन 4 दिनों में कौशल की क्या हालत है, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं।”
कंधार के जिस इलाके में वे हैं वहां कर्फ्यू जैसा माहौल
वे आगे कहती हैं, “जब कौशल से बातचीत हो रही थी तब उनके आस-पास किसी प्रकार की गन मशीन की आवाज़ आ रही थी। वहां बिजली की भी बहुत दिक्कत है। बहुत बुरे हाल में फंसे हैं कौशल, दुःख की बात ये भी है कि वहां उनके साथ कोई भी भारतीय नागरिक नहीं है। वे अकेले हैं। कंधार के जिस इलाके में वे रह रहे हैं वहां कर्फ्यू जैसा माहौल है। कोई बाहर नहीं निकल सकता। कौशल का वीजा भी 16 अगस्त को खत्म हो गया है। वहां के नियम के मुताबिक हर महीने में आपको वीजा रिन्यू करना होता है। हमने भी इंडियन मिनिस्टर ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर से मदद की गुहार लगाई है, फ़िलहाल हम सिर्फ उम्मीद पर हैं।”
पत्नी जिज्ञासा के आंसू थम ही नहीं रहे
कौशल की पत्नी जिज्ञासा की हालत भी बहुत ख़राब है। इस बारे में नूपुर ने बताया, “जिज्ञासा के आंसू थम ही नहीं रहे है। हम सब उनके साथ हैं और उनका हौसला बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी हालत भी बहुत खराब है। वे ना ही तो सही समय पर खाती हैं और ना ही सोती हैं। बस हर बार कौशल से किसी भी तरह से संपर्क करने की कोशिश करती रहती हैं। हम सब बस दुआ कर रहे हैं कि कौशल जहाँ कहीं भी हो सुरक्षित हो और जल्द से जल्द घर लौट आए।”
कौशल के अफगानिस्तान जाने की जानकारी पहले नहीं थी: भाई प्रदीप अग्रवाल
दैनिक भास्कर ने कौशल के बड़े भाई प्रदीप अग्रवाल से भी बात की। प्रदीप ने बताया कि उन्हें कौशल के अफगानिस्तान जाने की जानकारी पहले नहीं थी। उन्हें जिज्ञासा से इसके बारे में पता चला था। वे कहते हैं, “कौशल काम के सिलसिले में बाहर जाते रहते हैं। सच कहूं तो मुझे पता नहीं था। जब वहां हालत खराब हुई तब मुझे जिज्ञासा का कॉल आया। वे रोते हुए कहने लगी कि कौशल फंस गए हैं तब से हम सभी परेशान हैं। मेरी बहन सीमा ने कुछ साल पहले अपने पति को खोया था, वे अभी तक इसी गम से उबरी नहीं हैं। वे कौशल के बहुत करीब हैं। रक्षाबंधन के मौके पर अपने भाई को अपने पास ना पाकर वे अपने आपको संभाल नहीं पा रही। उनको संभालना बहुत मुश्किल हो गया था। हम सभी अपने-अपने तरीके से कौशल से संपर्क करने की कोशिश कर रहे है।”
बिजनेसमैन हैं कौशल
कौशल ड्राई फ्रूट्स उद्योग से जुड़े हुए हैं। अफगानिस्तान के काबुल शहर से उन्हें अंजीर और खजूर के सिलसिले में काम मिला था। पिछले महीने की 16 तारीख को वे काबुल पहुंचे थे और वहां से वे कंधार चले गए। 15 अगस्त को वे भारत लौटने वाले थे लेकिन इसी बीच तालिबान के लोगों ने वहां पूरी जगह घेर ली थी। 50 साल के कौशल मुंबई के कांदिवली इलाके में रहते है। उनकी पत्नी जिज्ञासा के अलावा, उनके दो जुड़वा बच्चे भी हैं।